प्रधान मंत्री नरेन्द्रमोदी ने किस विदेशी का नाम बदलकर रखा तुलसी भाई
विश्व आरोग्य संस्था के प्रमुख टेड्रोस एधनाम घेब्रेयेसस का नाम तुलसी भाइ रखा
विश्व आरोग्य संस्था के प्रमुख हुऐ गुजराती
विश्व आरोग्य संस्था के प्रमुख ने अपना नाम गुजराती में रखने की इच्छा व्यक्त की थी
विश्व आरोग्य संस्था के प्रमुख का नरेन्द्र मोदी ने नाम करण कीया
आयुष के क्षेत्र में Investment और Innovation की संभावनाएं असीमित हैं।- प्रधान मंत्री
आयुष के क्षेत्र में Investment और Innovation कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने कहा की
हमने देखा कि जो मॉर्डन फार्मा कंपनियां हैं, वैक्सीन मैन्यूफैक्चर्स हैं, उन्हें उचित समय पर निवेश मिलने पर उन्होंने कितना बड़ा कमाल करके दिखाया।
कौन कल्पना कर सकता था कि इतनी जल्दी हम कोरोना की वैक्सीन विकसित कर पाएंगे:
आयुष के क्षेत्र में Investment और Innovation की संभावनाएं असीमित हैं।
आयुष दवाओं, supplements और कॉस्मेटिक्स के उत्पादन में हम पहले ही अभूतपूर्व तेज़ी देख रहे हैं।
2014 में जहां आयुष सेक्टर 3 बिलियन डॉलर से भी कम का था।
आज ये बढ़कर 18 बिलियन डॉलर के भी पार हो गया है:
મુખ્યમંત્રી કાર્યાલયના કહેવા છતાં દોઢ કરોડનો તોડ કરનાર પોલીસ અધિકારી ઉપર કોનો હાથ !
आयुष मंत्रालय ने ट्रेडिशनल मेडिसिन्स क्षेत्र में startup culture को प्रोत्साहन देने के लिए कई बड़े कदम उठाएं हैं।
कुछ दिन पहले ही All India Institute of Ayurveda के द्वारा विकसित एक incubation centre का उद्घाटन किया गया है:
प्रधानमंत्री नरेन्द्रमोदी ने कहा कि
भारत में तो ये यूनिकॉर्न्स का दौर है।
साल 2022 में ही अब तक भारत के 14 स्टार्ट-अप्स, यूनिकॉर्न क्लब में जुड चुके हैं।
मुझे पूरा विश्वास है कि बहुत ही जल्द आयुष के हमारे स्टार्ट अप्स से भी यूनिकॉर्न उभर कर सामने आएंगे:
बहुत जरूरी है कि मेडिसिनल प्लांट्स की पैदावार से जुड़े किसानों को आसानी से मार्केट से जुड़ने की सहूलियत मिले।
इसके लिए सरकार आयुष ई-मार्केट प्लेस के आधुनिकीकरण और उसके विस्तार पर भी काम कर रही है:
FSSAI ने भी पिछले ही हफ्ते अपने regulations में ‘आयुष आहार’ नाम की एक नयी category घोषित की है।
इससे हर्बल nutritional supplements के उत्पादकों को बहुत सुविधा मिलेगी:
भारत एक स्पेशल आयुष मार्क भी बनाने जा रहा है।
भारत में बने उच्चतम गुणवत्ता के आयुष प्रॉडक्ट्स पर ये मार्क लगाया जाएगा। ये आयुष मार्क आधुनिक टेक्नोलॉजी के प्रावधानों से युक्त होगा।
इससे विश्व भर के लोगों को क्वालिटी आयुष प्रॉडक्ट्स का भरोसा मिलेगा:
केरला के tourism को बढ़ाने में Traditional Medicine ने मदद की।
ये सामर्थ्य पूरे भारत में है, भारत के हर कोने में है।
‘Heal in India’ इस दशक का बहुत बड़ा brand बन सकता है।
आयुर्वेद, यूनानी, सिद्धा आदि विद्याओं पर आधारित wellness centres बहुत प्रचलित हो सकते हैं:
जो विदेशी नागरिक, भारत में आकर आयुष चिकित्सा का लाभ लेना चाहते हैं, उनके लिए सरकार एक और पहल कर रही है।
शीघ्र ही, भारत एक विशेष आयुष वीजा कैटेगरी शुरू करने जा रहा है।
इससे लोगों को आयुष चिकित्सा के लिए भारत आने-जाने में सहूलियत होगी: