ગાંધીનગર
गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के सभागार में भारतीय संस्कृति और हिंदी विषयक व्याख्यान का आयोजन हुआ।
गांधीनगर स्थित गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के सभागार में भारतीय संस्कृति और हिंदी विषयक व्याख्यान का आयोजन हुआ।
व्याख्यान का उद्घाटन स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी,युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह एवं गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमाशंकर दुबे ने माँ सरस्वती के चित्र पर पुष्पांजलि एवं दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
व्याख्यान को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की प्रभु राम,भगवान कृष्ण ने भारतीय संस्कृति के संवर्द्धन हेतु कार्य किया और जन-जन तक हिन्दी ने उनके कृत्यों को पहुँचाया।स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की हिन्दी हमारी राष्ट्रीय भाषा है हमे इसके प्रसार हेतु हमेसा काम करना चाहिए।स्वामी अभिषेक ब्रह्मचारी ने कहा की भारत सरकार लगातार भारतीय संस्कृति के उत्थान हेतु प्रयास कर रही है।
व्याख्यान को संबोधित करते हुए मुख्य वक्ता युवा चेतना के राष्ट्रीय संयोजक रोहित कुमार सिंह ने कहा की लार्ड मेकाले ने भारतीय संस्कृति और सभ्यता को खत्म करने हेतु ब्रिटिश शिक्षा नीति लागू किया परंतु देश की आजादी के बाद कभी भी कांग्रेस सरकार ने उस ग़ुलाम शिक्षा नीति को बदलने हेतु काम नहीं किया।श्री सिंह ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद है की उन्होंने नई शिक्षा नीति लागू किया जिससे देश की नई पीढ़ी अपने संस्कृति और सभ्यता को समझ सकेगी।श्री सिंह ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत विश्वगुरु बनने की ओर बढ़ चुका है।
व्याख्यान की अध्यक्षता करते हुए गुजरात केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रमाशंकर दुबे ने कहा की भगवान राम के दर्शन को भारत के हर गाँव तक तुलसी ने पहुँचाया माध्यम हिन्दी जैसी अवधी भाषा रही।नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने देश की आजादी के समय सभी नारे हिन्दी में दिये।प्रो. दुबे ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कारण भारत और हिन्दी का लगातार विकास हो रहा है।
इस अवसर पर प्रो.राजेश मकवाना,डा.दीपक भट्ट,डा.विपुल कुमार,स्वाति सिंह,दीपिका शर्मा आदि उपस्थित रहे।